Rahat Indori Shayari | Top Rahat Indori Shayari In Hindi

rahat indori shayari in hindi :hello agar aap bhi shayari ke shaukin hai to aapne dr rahat indori ki shayari ke bare me suna hi hoga ,isliye me aapke like best rahat indori shayari in hindi lekar aaya hu aapko kaise lagi comment me jarur bataye.


    Dr Rahat Indori Shayari In Hindi



    इन्तेज़ामात  नए सिरे से संभाले जाएँ
    जितने कमजर्फ हैं महफ़िल से निकाले जाएँ
    मेरा घर आग की लपटों में छुपा हैं लेकिन
    जब मज़ा हैं, तेरे आँगन में उजाला जाएँ

    Rahat indori shayari in hindi





    ये हादसा तो किसी दिन गुजरने वाला था
    में बच भी जाता तो मरने वाला था
    मेरा नसीब मेरे हाथ कट गए
    वरना में तेरी मांग में सिन्दूर भरने वाला था


    इस से पहले की हवा शोर मचाने लग जाए
    मेरे “अल्लाह” मेरी ख़ाक ठिकाने लग जाए
    घेरे रहते हैं खाली ख्वाब मेरी आँखों को
    काश कुछ  देर मुझे नींद भी आने लग जाए
    साल भर ईद का रास्ता नहीं देखा जाता
    वो गले मुझ से किसी और बहाने लग जाए.

    Top Rahat Indori Hindi Shayari


    मैं पर्बतों से लड़ता रहा और चंद लोग
    गीली ज़मीन खोद के फ़रहाद हो गए

    Rahat Indori Best Shayari


    ख़याल था कि ये पथराव रोक दें चल कर
    जो होश आया तो देखा लहू लहू हम थे

    मैं आ कर दुश्मनों में बस गया हूँ
    यहाँ हमदर्द हैं दो-चार मेरे

    दो गज सही ये  , मेरी मिलकियत तो हैं |
    ऐ मौत तूने मुझे  , ज़मीदार कर दिया ||


    मुझसे पहले वो किसी और की थी , मगर कुछ शायराना चाहिए था |
    चलो माना ये छोटी बात है , पर तुम्हें सब कुछ बताना चाहिए था ||


    न हम-सफ़र न किसी हम-नशीं से निकलेगा
    हमारे पाँव का काँटा हमीं से निकलेगा

    Rahat Indori Ki Shayari Hindi Me


    फैसला जो कुछ भी हो, हमें मंजूर होना चाहिए
    जंग हो या इश्क हो, भरपूर होना चाहिए
    भूलना भी हैं, जरुरी याद रखने के लिए
    पास रहना है, तो थोडा दूर होना चाहिए


    अब जो बाज़ार में रखे हो तो हैरत क्या है
    जो भी देखेगा वो पूछेगा की कीमत क्या है
    एक ही बर्थ पे दो साये सफर करते रहे
    मैंने कल रात यह जाना है कि जन्नत क्या है.

    दोस्ती जब किसी से की जाये
    दुश्मनों की भी राय ली जाए
    बोतलें खोल के तो पि बरसों
    आज दिल खोल के पि जाए


    बन के इक हादसा बाज़ार में आ जाएगा
    जो नहीं होगा वो अखबार में आ जाएगा
    चोर उचक्कों की करो कद्र, की मालूम नहीं
    कौन, कब, कौन सी  सरकार में आ जाएगा

    Rahat Indori Best Shayari



    साँसों की सीडियों से उतर आई जिंदगी
    बुझते हुए दिए की तरह, जल रहे हैं हम
    उम्रों की धुप, जिस्म का दरिया सुखा गयी
    हैं हम भी आफताब, मगर ढल रहे हैं हम


    इश्क में पीट के आने के लिए काफी हूँ
    मैं निहत्था ही ज़माने  के लिए काफी हूँ
    हर हकीकत को मेरी, खाक समझने वाले
    मैं तेरी नींद उड़ाने के लिए काफी हूँ
    एक अख़बार हूँ, औकात ही क्या मेरी
    मगर शहर में आग लगाने के लिए काफी हूँ



    दिलों में आग, लबों पर गुलाब रखते हैं
    सब अपने चहेरों पर, दोहरी नकाब रखते हैं
    हमें चराग समझ कर भुझा ना पाओगे
    हम अपने घर में कई आफ़ताब रखते हैं

    उसकी याद आई हैं , साँसों ज़रा धीरे चलो |
    धड़कनो से भी इबादत में ,  खलल पड़ता हैं ||

    आग के पास कभी मोम को लाकर देखूं
    हो इज़ाज़त तो तुझे हाथ लगाकर देखूं
    दिल का मंदिर बड़ा वीरान नज़र आता है
    सोचता हूँ तेरी तस्वीर लगाकर देखूं



    ऐसी सर्दी है कि सूरज भी दुहाई मांगे
    जो हो परदेश में वो किससे रजाई मांगे


    राज़ जो कुछ हो इशारों में बता भी देना
    हाथ जब उससे मिलाना तो दबा भी देना.

    Final Words

    I Hope you liked Rahat indori shayari in hindi so share this with friends.


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